सनातन धर्म क्या है? इसका असल अर्थ और विज्ञान

सनातन धर्म को जानिए।।

सनातन धर्म एक प्राचीन आध्यात्मिक परंपरा है जो समयातीत सत्य, कर्तव्य और ब्रह्मांड के नियमों पर आधारित है। इसका मूल अर्थ "शाश्वत धर्म" है, जो सत्य, अहिंसा, कर्म और मोक्ष जैसे सिद्धांतों को दर्शाता है। यह न तो किसी व्यक्ति द्वारा स्थापित हुआ है और न ही इसका कोई आरंभ या अंत है; यह वेदों और उपनिषदों से निकला सार्वभौमिक जीवन दर्शन है।



## सनातन धर्म का अर्थ

सनातन धर्म का शाब्दिक अर्थ "सनातन" (शाश्वत, अनादि) और "धर्म" (नियम, कर्तव्य, ब्रह्मांडीय व्यवस्था) से मिलकर बनता है। यह वह मार्ग है जो सभी युगों में लागू होता है और मानव को आत्म-साक्षात्कार की ओर ले जाता है। वेदों में इसे "सनातनः धर्मः" कहा गया है, जो सत्य, शिव और सुंदरम के त्रयी रूप में प्रकट होता है। यह किसी जाति, वर्ण या संप्रदाय तक सीमित नहीं, बल्कि सार्वभौमिक है।

## इतिहास और मूल सिद्धांत

सनातन धर्म का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा है, जो 5000 वर्ष से अधिक पुराना है। वेद (ऋग्वेद, यजुर्वेद आदि), उपनिषद, भगवद्गीता और पुराण इसके प्रमुख ग्रंथ हैं। मूल सिद्धांतों में पुनर्जन्म, कर्मफल, मोक्ष, चार पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) और पंच महायज्ञ शामिल हैं। यह लचीला है, जिसमें विभिन्न संप्रदाय जैसे वैष्णव, शैव, शाक्त आदि समाहित हैं।

## विज्ञान और सनातन

सनातन धर्म में विज्ञान के कई तत्व विद्यमान हैं। वेदों में ब्रह्मांड की उत्पत्ति (नासदीय सूक्त), परमाणु सिद्धांत (कणाद), चक्रव्यूह जैसी गणितीय अवधारणाएं और आयुर्वेद जैसी चिकित्सा पद्धति इसके प्रमाण हैं। क्वांटम भौतिकी के सिद्धांत जैसे अनिश्चितता और बहुआयामी ब्रह्मांड उपनिषदों के "नेति नेति" से मेल खाते हैं। योग और ध्यान न्यूरोसाइंस में तनाव न्यूनीकरण के रूप में सिद्ध हो चुके हैं।

## आज के समय में महत्व

आज के युग में सनातन धर्म पर्यावरण संरक्षण (प्रकृति पूजा), समानता (वसुधैव कुटुंबकम्) और मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रासंगिक है। यह आधुनिक चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन और तनाव से निपटने में सहायक है। वैश्विक स्तर पर योग दिवस और वेदांत के माध्यम से इसका प्रसार हो रहा है।

## निष्कर्ष

सनातन धर्म शाश्वत सत्य का प्रतीक है जो विज्ञान, नैतिकता और आध्यात्मिकता का समन्वय करता है। यह जीवन को संतुलित बनाने का मार्ग दिखाता है। आधुनिक संदर्भ में अपनाकर हम सुखी और समृद्ध समाज बना सकते हैं।

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